खुद नहीं पढ़-लिख सके, ठेले पर चना-भूंजा बेच बेटे को बनाया आइआइटीयन

पिता राजू प्रसाद कहते हैं बेटे की सफलता की खबर सुनते ही जीवन के सारे कष्ट भूल गया। चने बेचकर बेटे को पढ़ाया। मेरे पास मकान छोड़ कुछ नहीं है।

from Jagran Hindi News - news:national http://bit.ly/2I6V4Fv
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